Wednesday, June 8, 2011

हिन्दू महासभा दिल्ली पुलिस आयुक्त को 21वीं सदी का जनरल डॉयर की उपाधि से विभूषित करती है- डॉ0 संतोष राय

दिल्ली पुलिस के आयुक्त वी.के. गुप्ता इससे पूर्व तिहाड़ जेल के महानिदेशक थे। उन्होंने सोनिया गाँधी एवं गृहमंत्री पी. चिदंबरम की चापलूसी करके दिल्ली पुलिस आयुक्त का पद प्राप्त किया। और, यह स्वाभाविक है कि दिल्ली पुलिस आयुक्त योग ऋषि बाबा रामदेव पर कार्यवाही करके अपनी बहादुरी, निष्ठा,ईमानदारी और कृतज्ञता को दस जनपथ को दिखाया।
इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त वी.के. गुप्ता को हिन्दू महासभा जनरल डॉयर की उपाधि से विभूषित करती है और इनके अन्य राष्ट्रद्रोही एवं पापी अधिकारियों विशेष पुलिस आयुक्त (लॉ एंड ऑर्डर) धर्मेंद्र कुमार, उत्तरी परिक्षेत्र के संयुक्त आयुक्त सुधीर यादव, जिला पुलिस आयुक्त विवेक किशोर इत्यादि को भी नही बख्शा जायेगा। हिन्दू महासभा घोषणा करती है कि इन उपरोक्त अधिकारियों का सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक बहिष्कार किया जायेगा। और आने वाली पीढ़ियां इनको जनरल डॉयर के नाम से पुकारेंगी। यदि ये अधिकारी इतने ही लाचार थे तो इस तरह के कुकृत्यों में इन्हांेने क्यों सहयोग दिया। इससे अच्छा होता कि वे अपने पदों से इस्तीफा दे देते।
यह सर्वविदित है कि दिल्ली का प्रत्येक थाना पैसा उगाही का अड्डा बना हुआ है एवं भू माफिया, नशीली दवाओं के तस्कर व अन्य राष्ट्रद्रोही तत्व इन्ही थानों के जरिये पुलिस उपायुक्त व अन्य आला अधिकारियों को धन पहुंचाते हैं। आज दिल्ली के थानों की स्थिति यह है कि आज जांच अधिकारी पीड़ित पक्ष, अभियुक्त पक्ष से धन लेकर जांच कार्यवाही को आगे बढ़ाते हैं और उसका मुखिया वी.के. गुप्ता जैसा भ्रष्ट अधिकारी है जो कि दस जनपथ का चमचा है। हमें सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ है कि वी.के. गुप्ता तिहाड़ जेल के महानिदेशक पद पर रहते हुये तिहाड़ जेल के कयी घोटालों को अंजाम दिये हैं, जिसमें तिहाड़ जेल को सप्लायी होने वाले खाद्य सामग्री इत्यादि व तिहाड़ जेल की फैक्ट्री में बन रहे अन्य उत्पादकों को बेचने में महानिदेशक कमीशन लेते थे।
आने वाले समय में हिन्दू महासभा इसका खुलासा करेगी। हमें यह भी ज्ञात हुआ है कि वी.के. गुप्ता ने तिहाड़ जेल के कई खूंखार कैदियों को विशेष सुविधायें मुहैया करा रखी थी जिनमें मोबाइल फोन इत्यादि मुख्य है।
रामलीला मैदान वाली घटना के दिन जो दिल्ली पुलिस ने कुकृत्य किया है वह निंदनीय और बेहद शर्मनाक है। यहां तक कि एक अन्य डीसीपी शराब के नशे में वहां पहुंचकर महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया, हद तो तब हो गयी जब एक महिला पूरी तरह नंगी कर दी गई। उस महिला के बारे में बाबा रामदेव जी ने खुद मीडिया को सारी जानकारी हरिद्वार पहुंचकर दी, उस पुलिस अधिकारी का बेज बाबा रामदेव के पास अभी भी मौजूद है क्योंकि बत्तमीजी करते वक्त अधिकारी के बेज को उपरोक्त महिला ने उखाड़ लिया था।
हिन्दू महासभा चेतावनी देता है कि सत्ता परिवर्तन के बाद ऐसे अधिकारियों को चिह्नित करके संविधान के अनुरूप कठोर से कठोर दण्ड दिया जायेगा। यदि वे बचना चाहते हैं तो वे अपने पदों से तत्काल इस्तीफा दें। यदि वे ऐसा करते हैं तो वे भारत माँ के सपूत कहलायेंगे, क्यांेकि सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति क्षमा में विश्वास रखती है।

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