Thursday, August 9, 2012

कुरान में अल्लाह का जानवर !



सत्‍यवादी

प्रस्‍तुति: डॉ0 संतोष राय

मुहम्मद साहब विश्व में इस्लाम के बहाने अरबी साम्राज्य स्थापित करना चाहते .और किसी न किसी तरकीब से लोगों को मुसलमान बनाना चाहते थे .वह चाहती थे कि उनके जीवन में ही सारी दुनिया मुसलमान बन जाये .इसलिए उन्होंने लोगों को समझाने , सुधारने ,और उपदेश देने की जगह धमकाने और डराने का तरीका पसंद किया था. आज भी मुसलमान यही कर रहे हैं .
1-मुहम्मद साहब क्यों डराते थे 
इसका कारण यह है कि न तो मुहम्मद साहब एक प्रभावशाली वक्ता और उपदेशक थे .और न वह लोगों को समझाने में समय बर्बाद करना चाहते थे .और उस समय उनके सभी साथी जाहिल और थे .क्योंकि उस समय मक्का के लोग काफिलों के साथ अपने ऊंटों से एक शहर से दुसरे शहर तक सामान पंहुचाया करते थे.और वहां से सुनी हुई जिन्नों , परियों , भूतों और अजीब अजीब बातों कि कहानिया घर आकर सुनाया करते थे .और अरब के मुर्ख उन कहानियों को सच मान लेते थे .मुहम्मद साहब ने सोचा कि अगर मक्का के लोगों को अल्लाह के नाम से तरह तरह के कल्पित स्थानों जैसे जहन्नम और किसी भयानक प्राणी से डराया जाये तो वह मुसलमान बन जायेंगे . क्योंकि मक्का के लोग कुरान की बेतुकी , ऊलजलूल बातों का मजाक उड़ाते थे .
2-डराने का उपाय 
जब मुहम्मद साहब को पता चला कि लोग उनकी कल्पित जहन्नम की सजाओं ,वहां होने वाले कष्टों की बातों पर विश्वास नहीं कर रहे हैं . और कुरान को मुहम्मद की रचना बता रहे हैं . तो मुहम्मद साहब ने एक चाल चली . और सोचा कि लोगों को किसी ऐसे भयानक जानवर से डराया जाये जिसे न तो किसी ने देखा हो .और न उसके बारे में सुना हो .फिर उस जानवर ( Beast ) कि बात को अल्लाह का वचन बताकर कुरान में लिखा दिया .
अल्लाह उनके लिए जमीन से एक ऐसा जानवर निकलेगा ,जो उनको सबक सिखाएगा , जो लोग हमारी आयतों पर विश्वास नहीं करते " 
सूरा-अन नम्ल 27 :82 

"وَإِذَا وَقَعَ الْقَوْلُ عَلَيْهِمْ أَخْرَجْنَا لَهُمْ دَابَّةً مِنَ الْأَرْضِ تُكَلِّمُهُمْ أَنَّ النَّاسَ كَانُوا بِآيَاتِنَا لَا يُوقِنُونَ  "

We shall bring forth unto them out of the earth a creature which will tell them that mankind had no real faith in Our messages. 27:82
अबू हुरैरा ने कहा कि रसूल ने कहा है . कि अगर लोग अबभी ईमान नहीं लायेंगे तो . जल्द ही अल्लाह जमीन के अन्दर से एक ऐसा भयानक जानवर निकल देगा . जिसे पहले किसी ने नहीं देखा होगा .वह बहार निकलते ही काफिरों का बड़े पैमाने पर संहार करेगा " 
सही मुस्लिम- किताब 41 हदीस 7040 और 7023 

3-अल्लाह का जानवर कैसा होगा 
यद्यपि कुरान में अल्लाह के द्वारा जमीन से निकलने वाले कल्पित जानवर का कोई नाम नहीं दिया है . और उसे अरबी में " दाब्बह " कहा है . लेकिन हदीसों में उस जानवर के बारे में जो विवरण दिए गए हैं , वह इस प्रकार हैं ,
1 .उसकी ऊंचाई लगभग सौ हाथ से अधिक होगी . 2 .सर बैल के जैसा होगा 3 .आँखें सूअर जैसी होंगी 4 .कान हाथी जैसे होंगे . 5 . सर पर दो बड़े सींग होंगे 6 .शुतुर मुर्ग जैसी गर्दन होगी 7 .सीना शेर जैसा होगा 8 . खाल का रंग चीते जैसा होगा 9 .ऊंट जैसे लम्बे पैर होंगे 10 .वह हाथों में मूसा का कपड़ा बांधेगा और सुलेमान की अंगूठी पहने हुए होगा .
फिर वह सारी पृथ्वी का चक्कर लगाएगा और जो लोग इस्लाम कबूल नहीं करंगे उनका भेजा निकाल देगा "
अबू हुरैरा ने कहा कि रसूल ने उस जानवर की यह निशानियाँ बताई है " इब्न माजा-हदीस 4066 
अगर कोई कुरान के इस कल्पित जानवर के बारे में सोचेंगे कि शायद ही कोई ऐसा जानवर होगा जिनके विभिन्न अंगों को मिलाकर कुरान का जानवर बना दिया है . इसे और स्पष्ट करने के लिए एक विडिओ दिया जा रहा है ,

What do Muslims believe? #18: Earth Beast

http://www.youtube.com/watch?v=PAAOoZeM9-g

इस विडिओ में कम्प्यूटर से इस हदीस में दिए गए सभी जानवरों के अंगों को मिलाकर कुरान में दिए गए अल्लाह के जानवर को बनाने का प्रयास किया है . ताकि लोग अल्लाह की अक्ल और मुहम्मद द्वारा लोगों को डराने की तरकीब का नमूना देख सकें .

4-चमत्कारी जानवर 
जब मुहम्मद साहब को लगा कि शायद इतना बड़ा सफ़ेद झूठ कहने पर झूठ में कुछ कमी रह गयी है , तो उन्होंने उस जानवर की शक्ति के बारे में एक महाझूठ सुना डाला . ताकि अरब के मूर्ख अंध विश्वासी पूरी तरह से डर कर इस्लाम के जाल में फंस जाएँ . हदीस में कहा ,
अबू हुरैरा ने कहा कि रसूल ने बताया है . जब वह जानवर जमीन ने निकलेगा तो सूरज जिस जगह से निकलता है , उस जगह डूबने लगेगा "

"ا طُلُوعُ الشَّمْسِ مِنْ مَغْرِبِهَا وَالدَّجَّالُ وَدَابَّةُ الأَرْضِ ‏"‏ ‏  "

सही मुस्लिम - किताब अल इमान किताब 1 हदीस 0296 

इस लेख को पूरी तरह से पढ़ने के बाद हमें यह सोचना पड़ेगा कि हम क्या करें ,अल्लाह कि बुद्धि पर रोयें , या मुहम्मद की मुर्खता भरी चतुराई पर हंसें .या मुसलमानों के ऐसे इमान पर अफसोस करें उनको गुमराह कर रहा है .जिसके कारण वह सत्य को स्वीकार नहीं करते और जो भी उनके ऐसे झूटों का भंडा फोड़ता है उसे गालियाँ देते हैं हम तो इसी निष्कर्ष पर पहुंचे है कि,

" जोभी कुरान और हदीसों पर विश्वास करता है , उसके इन्हीं जानवरों का अंश होगा "


http://irrationalislam.wordpress.com/2011/06/24/islams-beast-of-the-earth/#more-99

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